दिवाली आई दिवाली आई
दीपों की माला लायी
आओ मिलजुल कर सब
करें सफाई जी भर कर
देखो उस कोने को
धुल से अटा पड़ा है
पुरानी यादों का कूड़ा
घर भर में फैला पड़ा है
दिवाली आई दिवाली आई
खुशियों की सौगात लाई
आओ अंदर झांक के अपने
करें सफाई दिमाग के अपने
देखो कैसे जाले लगे हैं
चीर के उखाड फेंकने हैं
मन में जमे मलाल का मेल
साफ़ करने का पैगाम लाई
दिवाली आई दिवाली आई
रौशनी की जगमग बहार लायी
आओ मिलजुल के काम करें
दिल के अंधियारे दूर करें
रिश्तों की मिठास घोल
जीवन को कुछ और मीठा कर जाएँ
ग़लतफ़हमी के अंधियारे
दूर कर बढ़ चलें रौशनी की ओर
दिवाली आई दिवाली आई
खुशियां अपरम्पार लायी।
-शुभकामनायें दीपो के त्यौहार की-
~ २४/१०/२०१९ ~
.
©Copyright Deeप्ती